समाज सेवी अशोक आरोरा पर जानलेवा हमला, वारदात का मास्टर माईंड हो सकता है कुख्यात तस्कर बाबू सिंधीसनसनीखेज घटनाक्रम में प्रयुक्त क्रेटा कार के तार जुड़े है बाबू गैंग से, रेकी करने में अन्य लोगो की भी भूमिका संदिग्ध
नीमच। रविवार को शहर में मालवा मेवाड़ के प्रतिष्ठित कारोबारी व समाज सेवी अशोक अरोरा पर कायराना तरीके से किया गया जानलेवा हमला अपने आप एक गंभीर घटना और सनसनीखेज वारदात है, जिसकी खबर फैलते ही शहर सहित मालवा मेवाड़ में लोग स्तब्ध होकर रह गए, जिस किसी ने भी इस वारदात की खबर शोसल मीडिया के माध्यम से देखी या सुनी उसने समाज सेवी अशोक अरोरा की सलामती की दुआ ही मांगी। हमले में अशोक अरोरा बाल बाल बचे और गोली उनकी कंधे को छूकर निकल गई, वहीं इस गोलीकांड के दौरान जवाबी कार्यवाही में अरोरा के सुरक्षा कर्मियों ने एक आरोपी को मौके पर ही ढेर कर दिया, जबकि दो अन्य फरार हो गए। घटना के बाद पुलिस ने भी तुरंत मोर्चा संभाला और एसपी तौलानी के निर्देश पर अलग—अलग टीमों का गठन कर जांच शुरू कर दी है। वारदात को लेकर पड़ताल में जांच का जो पहला बिंदु सामने आया है, उसमें कुख्यात तस्कर व हाल ही में इंदौर सेंट्रल जेल से पेरोल पर बाहर निकला जयकुमार सबनानी उर्फ बाबू सिंधी का नाम संदिग्ध तौर पर सामने आया है, जिसके मुनीम अनुराग बंसल की क्रेटा कार का इस्तेमाल इस वारदात में किया जाना बताया जा रहा है, वहीं खबर यह भी है की, हाल के दिनों में बाबू सिंधी अपने मुनीम अनुराग के घर से उक्त ब्लेक क्रेटा कार को लेकर गया था। जिसके सीसीटीवी फुटेज भी पुलिस के हाथ लगने की सूचना मिली है! वही अब पुलिस के लिए जांच का विषय यह भी है कि मृतक आरोपी बाबू फकीर पिछले कितने समय से नीमच में था और उसकी क्या गतिविधियां रही। बाबू फकीर को घटना में प्रयुक्त ब्लेक क्रेटा कार किसने उलब्ध कराई। वही घटना से पूर्व अशोक अरोरा के कार्यालय से लेकर उनके निवास तक किन लोगो ने रेकी की। इस सनसनीखेज वारदात मृतक आरोपी बाबू फकीर संदिग्ध तौर पर सामने आए कुख्यात तस्कर बाबू सिंधी सहित अन्य किन लोगो के लगातार सम्पर्क मेें था। नकाबपोश हमलावरो ने किए अरोरा की कार पर तीन फायर रविवार शाम करीब 4.30 बजे ब्लेक क्रेटा कार में सवार होकर आए तीन नकाबपोश हमलावरो ने आरोरा की रेकी कर लायंस पार्क के पास उनकी कार पर फायरिंग कर लगातार तीन गोलियां दागी, जिसमें एक गोली अशोक आरोरा के भुजा को छूकर निकली और वे इस घटना में बाल—बाल बचे। जिसके बाद आरोरा के सुरक्षाकर्मीयों ने बचाव करते हुए जवाबी कार्यवाई में एक नकाबपोश आरोपी को घायल किया वही दो आरोपी मौके से फरार हो गए। बाबू सिंधी सहित गैंग में शामिल अन्य लोगो की भी छाननी होगी खाक वारदात के बाद प्रथम दृष्टया जो सामने आया है उसमें पैरोल पर बाहर आए बाबू सिंधी की अहम भूमिका शामिल होना बताया जा रहा है। वही इस सनसनीखेज वारदात को अंजाम देने से पूर्व अन्य कई लोग भी सुनियोजित घटनाक्रम की गतिविधियो से वाकीफ थे, जो पूर्व में भी बाबू सिंधी के करीबी रह चुके है और इंदौर सेंट्रल जेल से बाबू के पैरोल पर आने के बाद से ही उसके सम्पर्क में थे। जिसकी भूमिका भी इस वारदात में शामिल हो सकती है, जिन्होने बाबू के इशारो पर हमलावर मृतक आरोपी बाबू फकीर को अरोरा से जुड़ी हर गतिविधि के बारे में जानकारी दी और वारदात को अंजाम देने तक उनकी रेकी करने में हमलावरो का सहयोग किया। ऐसे में बाबू सिंधी और उसके तमाम संगीसाथियों की मोबाईल लोकेशन और कॉल डिटेल्स भी पुलिस के लिए बड़ा जांच का विषय है।