नीमच। सुरेश विवेक की लगातार खबरो के बाद एक ओर कारनामा सामने आया है कि सुरेश विवेक फर्म संचालक अल सुबह ही बघाना के आनन्द भंडार क्षेत्र स्थित गोदाम पर पहुंचते है और गोदाम के भीतर धनिया, अजवाईन जैसी खाद्य उपज पर हानिकारक कैमिकलो चढ़ाने के लिए अवैध भट्टीयां लगाते है। सुबह ही भट्टी में सैकड़ो क्विंटल माल भरकर गोदाम का ताला लगाकर रफुचक्कर हो जाते है। बताया जा रहा है कि भट्टी की प्रोसेस में करीब 20 घंटे का वक्त लगता है। जिसके लिए 10— 10 घंटो में माल का पलटना पड़ता है। इसके लिए सुरेश—विवेक फर्म संचालक सुबह भट्टीयो में भरा गया माल पलटने के लिए देर शाम को गोदाम का ताला खोलते है, माल का पलटा लगाने के बाद सुबह भट्टीयो से तैयार हानिकारक उपजो को लौडिंग टेम्पो में लोड कर लिया जाता है, जो सिधे नयागांव बोर्डर तक पहुंचता है। नयागांव बोर्डर पर यात्रि बसो में सुरेश—विवेक फर्म का हानिकार माल भरा जाता है, जो अन्य प्रांतो तक सप्लाय किया जाता है।
उल्लेखनिय है कि सुरेश विवेक फर्म पर वर्ष 2020 में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में दो बार बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। कार्रवाई में सुरेश —विवेक के माल को जब्त कर लिया गया, यहां तक की इनकी फैक्ट्री को भी सील किया गया था। अभियान के ठंडे बस्ते में जाते है मिलावटखोर सुरेश—विवेक फर्म संचालक फिर से मिलावटखोरी के काले कारोबार को अंजाम दे रहे है। वर्तमान में आनन्द भंडार और निम्बाहेड़ा क्षेत्र इनका मुख्य ठिकाना बना हुआ है। जहां ये मिलावटखोर नियमो को तो ताक में रख ही रहे है साथ ही आमजनता के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करने से नही चुक रहे है।
उल्लेखनिय है कि सुरेश विवेक फर्म पर वर्ष 2020 में शुद्ध के लिए युद्ध अभियान में दो बार बड़ी कार्रवाई हो चुकी है। कार्रवाई में सुरेश —विवेक के माल को जब्त कर लिया गया, यहां तक की इनकी फैक्ट्री को भी सील किया गया था। अभियान के ठंडे बस्ते में जाते है मिलावटखोर सुरेश—विवेक फर्म संचालक फिर से मिलावटखोरी के काले कारोबार को अंजाम दे रहे है। वर्तमान में आनन्द भंडार और निम्बाहेड़ा क्षेत्र इनका मुख्य ठिकाना बना हुआ है। जहां ये मिलावटखोर नियमो को तो ताक में रख ही रहे है साथ ही आमजनता के स्वास्थ्य के साथ भी खिलवाड़ करने से नही चुक रहे है।