251 रूपये आनलाईन निवेश कर एंड्रोईड फिचर वाले फ्रीडम मोबाईल दिलाने का प्रचार—प्रसार करने वाले नेता है ओम प्रकाश सखलेचा, जावद में विकास की आड़ में विक्रम फैक्ट्री से सांठगांठ कर अवैध ब्लास्टिंग से ग्राम सुवाखेड़ावासियो के आशियानो को मिटाने में रही है इनकी सक्रिय भूमिका, मंत्री बनने के बाद रेत माफियाओ को दिया जमकर संरक्षण


नीमच। पिता की बदोलत विरासत में मिली राजनीति का अगर कोई जमकर फायदा उठा रहा है तो वह है जावद से भाजपा के उम्मीदवार ओम प्रकाश सखलेचा। इन्हे राजनीतिक पदोन्नति की लालसा ने इतना अंधा कर दिया है कि ये अब जनता की सुध लेना तक भूल गए है।

ज्ञात हो कि वर्ष 2015—16 में शामली गढ़ी पुख्ता का रहने वाला एक किराना दुकान संचालक मोहित गोयल विधायक ओम प्रकाश सखलेचा के संपर्क में था। मोहित गोयल ने रिंगिंग बेल कम्पनी के नाम से फ्रीडम मोबाईल आम जनता को मात्र 251 रूपये में देने की बात कही थी। जिसके लिए वर्ष 2016 में नोएडा सेक्टर में एक सेमिनार का आयोजन कर जावद विधायक ओम प्रकाश सखलेचा को मोबाइल के प्रचार प्रसार के लिए शामिल किया था। विधायक सखलेचा ने मोहित गोयल द्वारा संचालित कम्पनी के फ्रीडम—251 मोबाईल पर जमकर भाषण दिये थे, उन्होने बताया था कि प्रभावशाली लोग फ्रीडम—251 मोबाईल को बाधित करने की कोशिश कर रहे है। यह मोबाईल तकनीकी विकास का माध्यम बनेगा। इस सेमिनार के बाद मोहित गोयल और विधायक सखलेचा की नजदिकियां भी खासा सुर्खियों में रही थी। इधर कांग्रेस नेताओ ने भाजपा के विधायक सखलेचा को आड़े हाथो लेते हुए मात्र 251 में फ्रीडम एंड्रोईड मोबाईल मिलने पर कई अहम सवाल दागे थे। जिस पर विधायक सखलेचा ने सफाई देते हुए बोले थे की मोबाईल की बेट्री जितनी कीमत पर मोबाईल बेचने का कारण है कि एंड्रोईड मोबाईल में कई एप्लीकेशन डाउनलोड की जाती है और वह एप्लीकेशन वाले इस मोबाईल कम्पनी को रूपयो की पुर्ति करेंगे। जिसके लिए आम जनता तक यह मोबाईल सस्ते दामो पर मुहैया कराया जाएगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि देशभर की लाखो जनता से 251 रूपये निवेश करवाने वाला मोहित गोयल आखिर कहां गायब हो गया और विधायक ओम प्रकाश सखलेचा ने जिस फ्रीडम—251 मोबाईल का प्रचार—प्रसार करने नोएडा पहुंचे थे वह अब क्यों चुप है। सखलेचा को यह मालूम है कि 251 रूपये जैसी छोटी रकम के लिए अब मुद्दा करमाएगा नही, जनता रूपये तो क्या सवाल तक नहीं पुछेगी। लेकिन जब सवाल आता है सखलेचा की राजनीतिक लालसा का तो यहां हर प्रश्न पूछना लाजमी है।  फ्रीडम—251 मोबाईल महज एक अफवाह होने के साथ देशभर के लाखो लोगो को चुना लगाने की योजना थी। वही इस फर्जी योजना में विधायक सखचेला का दावे के साथ कहना था की यदि मोबाइल नही मिलता है तो मुझे फांसी पर चढ़ा देना और में अपनी विधायकी तक छोड़ दुंगा। ऐसे में सवाल यह उठता है कि विधायक सखलेचा अब अपनी ही मुंह बोली बातो से मुकर कर फिर से लूट का शिकार होने वाली जनता के सामने अपनी विधायकी पेश कर चुके है।
वही अब बात की जाए विधायक सखलेचा के कार्यकाल की तो इन्होने अपने कार्यकाल में अवैध रेत माफियाओ को बक्शा, उनसे सांठगांठ कर कमिशनखोरी को बड़ावा दिया। जिससे आज रेत के दाम आसमान छू रहे है। आम जनता की जेब कमीशनखोरी की भेंट चढ़ रही है।
इसी क्रम में विक्रम फैक्ट्री भी सखलेचा के भ्रष्टाचार का जीता जागता सबूत है, विक्रम फेक्ट्री द्वारा ग्राम सुवाखेड़ा में अवैध रूप से ब्लास्टिंग कर खनन करने पर छूट देकर पुरे सुवाखेड़ा को खनन माफियाओ की चपेट में छोड़ देने का काम भी सखलेचा ने भरसक किया है। अवैध ब्लास्टिंग के समय कई लोगो के आशियानो में दरारे आई, लेकिन सखलेचा फैक्ट्री प्रबंधंन से सांठगांठ के चलते चुप्पी साधे रहे। सुवाखेड़ावासियो को अवैध ब्लास्टिंग से हो रही परेशानियो की सुध लेना तो दूर उनकी शिकायतो को भी एक सिरे से नकारते रहे। इतना ही नही सुवाखेड़ा के पूर्व सरंपच ने जब इस मुद्दे पर आवाज उठानी चाही तो उनका भी मुंह येन—केन तरीके से बंद करवाने कोई कसर नही छोड़ी गई।