जमकर विरोध, नाहटा को जनसम्पर्क के लिए नही मिल रहे समर्थक, कीराये की भीड़ जुटाकर करना पड़ रहा प्रचार— प्रसार

मनासा कांग्रेस उम्मीदवार नाहटा की फजीहत, बाहरी नेता बोलकर हो रहा 

नीमच। मनासा कांग्रेस उम्मीदवार नरेन्द्र नाहटा की मुश्किले बड़ती दिखाई दे रही हैै। मनासा में बाहरी उम्मीदवार बताकर नाहटा का जमकर विरोध हो रहा है। नाहटा को जनसम्पर्क के दौरान समर्थको की भीड़ जुटाने के लिए किराये के लोगो को बुलाना पड़ रहा है।
आम जनता का कहना है कि भजन करने की उम्र में नाहटा को राजनीतिक स्वाद चखने की इच्छा जाग गई है। करीब 20 वर्षो से नाहटा ने मनासा की धरती पर कदम नही रखा। इधर रामपुरा की जनता भी नाहटा का जमकर बहिष्कार कर रही है। वहां की जनता का कहना है कि जब वर्ष 2019 में बाड़ आपदा से जीवन संकट में जुझ रहा था तब नहाटा दूर—दूर तक दिखाई नही दे रहे है। वही कोरोना जैसी महामारी में भी नाहटा अपनी हवैली से बाहर निकलने में परहेज कर रहे थे। अब 80 की उम्र में नाहटा फिर से जनता को बरगलाने निकले है। जनता से वोट मांग रहे है। लेकिन मनासा में सिर्फ काम करने वाले नेता को ही याद रखा जाता है। नाहटा 20 वर्षो बाद बिछड़े हुए करन—अर्जुन की तरह लौट आए है। जनता का दुर—दुर तक इनको समर्थन नही मिल रहा है। नाहटा को अब जनसम्पर्क के लिए किराये की भीड़ का सहारा लेना पड़ रहा है।