तीन दिन के रिमांड में तस्कर बाबू सिंधी ने उगले अब तक कई चौकाने वाले राज, करोड़ो की सम्पत्ति अर्जित की थी डोडाचूरा बेचकर, गोलू मोटवानी सहित अन्य लोग दे रहे थे साथ, इधर तस्करो से गठजोड़ रखने वाले आरक्षक पंकज कुमावत को भी देवास एसपी ने किया सस्पेंड



नीमच। बाबू सिंधी की रिमांड अवधि का आज तीसरा दिन है। और इन तीन दिनों में तस्कर बाबू ने कई चौकाने वाले राज सीबीएन के समक्ष उगले है। बताया जा रहा है पूछताछ में बाबू ने करीब 100 करोड़ रूपये की अकुत सम्पत्ति का ब्यौरा स्पष्ट किया है। इधर इस मामले से जुड़े आरक्षक पंकज कुमावत को देवास एसपी ने तत्काल प्रभाव से सस्पेंड कर दिया है। वही आरोपी बाबू सिंधी के खास माने जाने वाले प्रकाश उर्फ गोलू मोटवानी की पड़ताल भी गहनता से की जा रही है। गोलू मोटवानी कार्रवाई के अगले दिन से ही नीमच से फरार है। डोडाचूरा तस्करी मामले से जुड़े करीब 50 लोगो की लिस्ट बनाई गई है। जल्द ही तस्कर गैंग से जुड़े मुख्य आरोपियो के चेहरे बेनकाब होने वाले है।

नशे में धूत 500 के नोट उड़ाने वाला आरक्षक पंकज भी फरार

तस्कर बाबू सिंधी के ठिकाने पर जिस रोज सीबीएन की टीम ने रेड डाली, उसी दिन देवास में पदस्थ आरक्षक पंकज कुमावत की इंट्री नीमच में होना बताई गई। नीमच एसपी ने देवास पुलिस विभाग को पंकज कुमावत की गतिविधियो को लेकर एक पत्र भी लिखा। जिसके बाद सोशल मीडिया पर आरक्षक पंकज कुमावत का वीडियो जमकर वायरल होने लगा। उक्त वीडियो में पंकज कुमावत तस्कर बाबू सिंधी के बर्थ—डे पार्टी के जश्न में शामिल था। नशे में धूत होकर ढोल की थाप पर नाच रहा था। 500—500 के नोट बाबू सिंधी के उपर लूटा रहा था। इस वीडियो के वायरल होने के बाद जहां यह तो स्पष्ट हो गया कि आरक्षक पंकज कुमावत के गठजोड़ तस्कर लाबी में काफी पुराने में है, वर्तमान में बाबू सिंधी के साथ तस्करी की अवैध गतिविधियो में भागीदारी निभा रहा था और इसी कारण देवास में पदस्थ होने के बावजूद भी बार — बार नीमच शहर में देखा जाता था। हांलाकि उक्त वीडियो के वायरल होने के बाद पुलिस महकमें में काफी हलचल मच गई है और इसी कारण आरक्षक पंकज कुमावत को आज आनन—फानन में सस्पेंड किया है। वही बदनामी के डर से पंकज कुमावत भी फरार बताया जा रहा है।

जिला नारकोटिक्स विंग भी संदेह के घेरे में

तस्कर बाबू सिंधी के गोदाम में बल्क मात्रा में डोडाचूरा और धोलापानी सीबीएन की टीम द्वारा जब्त करना, कही न कही जिला नारकोटिक्स विंग पर भी कई प्रश्न चिन्ह लगा रहा है। क्योंकि पहले ही जिला नारकोटिक्स विंग में पदस्थ उप निरीक्षक रउफ खान अपने ही विभाग के खिलाफ जाकर अपना स्थानांतरण रूकवा चुके है। जिसके बाद कई कार्रवाईयों में भी इनकी गतिविधियां संदेह के घेरे में रही है। और वर्तमान में तस्कर बाबू सिंधी पर सीबीएन की टीम द्वारा धावा बोल देने से यह चर्चा आम है कि जिला नारकोटिक्स विंग में पदस्थ अधिकारी ही शहर के बीचो—बीच चल रहे अवैध कारोनामो को बढ़ावा देने का काम कर रहे थे। यदि समय रहते ये जाग जाते तो तस्करी के कारोबार में लिप्त होकर बाबू सिंधी के पास आज करोड़ अरबो रूपये की बेनामी सम्पति अर्जित नही होती।

बाबू की बेनामी सम्पत्ति हो सकती है कुर्क

लम्बे अरसे से बाबू सिंधी डोडाचूरा और कई अन्य मादक पदार्थो की तस्करी में संलिप्त था। जिसका भांडाफोड बिते दिनो सीबीएन की टीम की छापामार कार्रवाई से हुआ है। 7 दिनो के रिमांड पर बाबू सिंधी से गहनता से पूछताछ की जा रही है, अभी तक की पूछताछ में 100 करोड़ से अधिक अवैध संपत्ति मिलना बताया जा रहा है। इधर सूत्र बताते है कि बाबू सिंधी ने अभी तक जितना भी पैसा कमाया वह सभी दो नम्बर और तस्करी के धंधे से कमाया है। सीबीएन की आगे की कार्रवाई के बाद तस्कर बाबू सिंधी की बेनामी सम्पत्ति कुर्क हो सकती है।