पोस्ता व्यापारी सुनिल धनोतिया के सीधे जुड़े है तस्कर बाबू सिंधी से तार, टर्की का पोस्ता लाकर, सुराना पर करवाता था साटेक्स, फिर धोलापाली सहित बेचता था तस्कर बाबू को, जांच में उजागर होने वाला है धनोतिया का भी नाम


नीमच। कृषि उपज मंडी में पोस्ता का कारोबार करने वाले यूं ही चंद वर्षो में करोड़पति नही बन जाते है। करोड़पति बनने के लिए दो नम्बर का रास्ता इन्हे जरूर अपनाना पड़ता है। बात करे अभी हांल ही में पोस्ता कारोबारी बाबू सिंधी की तो वो खुद व्यापारी की आड़ में बड़े स्तर पर धोलापाली और डोडाचूरा जैसे मादक पदार्थ की लम्बे समय से तस्करी कर रहा था। लेकिन कहावत है कि बुराई के दिन ज्यादा लम्बे नही होते, उनकी शाम जल्द ही ढल जाती है। बाबू सिंधी की तस्करी की कहानी जो आज तक एक मंडी व्यापार के पर्दे के पीछे छुपी हुई थी उसे चंद घंटो में सीबीएन की टीम ने समेट कर रख दिया और बाबू जैसे कुख्यात अपराधि को अपनी हिरासत में ले लिया है। न्यायालय ने भी तस्कर बाबू को 7 दिनो की अवधि के लिए सीबीएन टीम को रिमांड पर सौपा है। बाबू सिंधी चार दिनो के रिमांड पर अब तक कई राज उगज चुका है। बाजार में चर्चा है कि पोस्ता व्यापारी सुनिल धनोतिया के तार सिधे तस्कर बाबू सिंधी से जुड़े हुए थे। बाबू की तस्करी के लिए धनोतिया टर्की पोस्ता खरीदी करता था और पोस्ता का सालटेक्स सुराना के यहां करवाता था। साटेक्स के बाद जो भी धोलापाली बचता था वो भी बाबू सिंधी को ही बेचा करता था और इसी दो नम्बर के कारोबार में सुनिल धनोतिया आज करोड़ो का आसामी बना है। बताया जा रहा है कि कुछ जागरूक लोगो ने इस मामले से पर्दा उठाने के लिए धनातिया की शिकायत भी की है। अब देखना यह होगा कि तस्कर बाबू से तार रखने वालो सुनिल धनोतिया सहित अन्य कितने लोगो के इस तस्करी कांड मे नाम उजागर होने वाले है।