मंडी सचिव की उदासीनता आमजन की जान के साथ खिलवाड़...






महेश नागदा

पिपलियामंडी । प्रदेश सहित पूरे देश मे कोरोना संक्रमण का खतरा बना हुआ है स्थितियां गंभीर होती जा रही है पिछले 4 से 5 दिनों में जिले में संक्रमित व्यक्तियों की संख्या में बड़ा इजाफा हुआ है। पिपलियामंडी की कृषि उपज मंडी लहसुन के लिए काफी मशहूर है और यहां दूर दूर से किसान अपनी उपज लेकर आते है ऐसे में यहां अतिरिक्त सतर्कता बरतनी चाहिए लेकिन इसके उलट यहां लोग कोरोना से बेखोफ घूमते नज़र आ जाते है दो ग़ज़ की दूरी तो दूर की बात लोग तो मास्क भी नही लगाते। दूसरी तरफ मंडी प्रशासन भी कोरोना की गाइडलाइन का पालन करवाने के प्रयास करते नही दिख रहा है। कोरोना गाइडलाइन उलंघन के नजारे रोजाना कृषि उपज मंडी में देखने को मिल रहे है ।

कृषि उपज मंडी में फैला कचरा दे रहा बीमारियों को न्योता

जहां एक ओर मंडी में कोरोना गाइडलाइन का उल्लघन हो रहा है वही दूसरी ओर पूरी मंडी में गंदगी का अंबार लगा हुआ है जिससे मंडी में काम कर रहे मजदूर, व्यापारी ओर किसान उस कचरे में घूमने को मजबूर हो रहे है जबकि साफसफाई के लिए ठेका दिया है परंतु मंडी सचिव को अपने कार्यालय से निकलने की फुर्सत कहा जो वो मंडी में फैली इस गंदगी को देख सके । मंडी सचिव की उदासीनता कही आमजनता के स्वास्थ्य के साथ खिलवाड़ न बन जाये।

जर्जर शेड का उपयोग दे सकता है दुर्घटना को अंजाम

एक ओर जहां किसानों की उपज रखने के लिए बनाए गए शेड के जीर्ण शीर्ण होने के कारण उक्त शेड को प्रतिबंधित कर दिया गया है लेकिन वर्तमान स्थिति में पूरे शेड में ऊपज रखी हुई है और किसानों, मजदूरों का आवागमन चालू है। मंडी प्रशासन द्वारा उक्त शेड के एक खंबे पर एक पोस्टर पर जान माल की हानि होने पर स्वयं जिम्मेदार होंगे लिखवाकर अपना पीछा छुड़वा लिया लेकिन अगर भगवान न करे ओर उस जीर्ण शीर्ण शेड में कोई हादसा हो जाए तो क्या इस पोस्टर से मंडी प्रशासन की जिम्मेदारी पूरी हो जाएगी।

किसानों के लिए बने शेड पर व्यापारियों का कब्जा

किसानों की ऊपज रखने के लिए बने शेड पर व्यापारियों ने कब्जा कर रखा है तो किसान अपनी उपज नीचे रखने को मजबूर है जिसके कारण माल लाने ले जाने में आवागमन बाधित होता है। इस आतिक्रमन को हटाने के लिए पहले कई बार मंडी में हंगामे हो चुके है लेकिन वर्तमान सचिव को ये सब दिखाई नही दे रहा ।


वर्तमान मंडी सचिव की अपनी जवाबदेही का प्रति लापरवाही मंडी गेट से अंदर घुसते ही दिखाई दे जाती है। मंडी के प्रशासक अनुविभागीय अधिकारी महोदय को मंडी की अव्यवस्थाओं पर संज्ञान लेना चाहिए और मंडी सचिव के ऊपर उचित कार्यवाही की जाना चाहिए।