नीमच। अफीम फैक्ट्री में शशांक यादव के बाद नित नए मामले उजागर हो रहे है। प्रयोगशाला की धांधली का मामला हाल ही में उजागर हुए है। जिसके कारण प्रयोगशाला पिछले कई दिनो से बंद पडी हुई है। बताया जा रहा है कि डूंगलावदा निवासी भूरालाल प्रजापति की कारगुजारियो के चलते अफीम फैक्ट्री में धांधलिया हुई है और इसी रिश्वताखोरी कांड में कई बार लेब पर उच्चाधिकारियो ने ताला लगाया है।
भूरालाल प्रजापति वैसे तो मध्यप्रदेश पुलिस का जवान है, लेकिन अफीम फैक्ट्री का भूरा ही सबसे मास्टर माइंड दलाल है। लेब टेक्नीशियन, प्रभारी बेनरजी, दो इंस्पेक्टर, प्रायवेट कर्मचारी राजकुमार राठोर, एमटीएस कर्मचारी बंशीलाल, उदयराम सहित अन्य लोग किसानो के सेम्पल फैल ओर पास करवाने में जिम्मेदार रहते है। लेब में मशीनो से सारी गडबड की जा सकती है। भूरालाल किसानो से अफीम सेम्पल पास करवाने का पैस वसूलता है। जो रूपये नही देते उन किसानो को पहले डराया धमकाया जाता है, फिर उनका पट्टा काट दिया जाता है। भूरालाल प्रत्येक किसान से 1 लाख से 2 लाख रूपये वसूलता है। जिसमें कुछ अधिकारियो के हिस्से जाता है और कुछ कर्मचारियो के। भूरालाल के ईशारो पर ही प्रयोगशाला में कैमरो को भी बंद करवा दिया गया है, भूरा प्रयोगशाला में खुलकर सेटिंग कर सकता है। किसानो के अफीम सेम्पल पास करवाने है या फैल भूरा के ही हाथो में होता है।
बताया जाता है कि भूरालाल ने कुछ ही सालो में दलाली के माध्यम से करोड़ो रूपयो की अवैध कमाई की है, जिसकी जांच होना आवश्यक है।
फैक्ट्री के बाहर बैठे अधिकारी काश्तकारो को करते है इंडिगेट
सक्रिय दलाल भूरालाल अपने प्यादा रूपी अधिकारियो को पहले ही मुख्य गेट के बाहर और जिले के कौने—कौने सक्रिय कर देता है। जो भी काश्तकार अफीम लेकर आता है ये अधिकारी उन्हे भूरालाल से मिलने के लिए इंडिगेट करते है। यहां तक की इस मामले में जिला अफीम अधिकारी भी सब कुछ जानते हुए भी कुछ नही करते है। भूरालाल किसानो को गुमराह तो करता ही है साथ ही प्रयोगशाला में एक मशीन खराब होने से पुरा फायदा उठाता है। जिस किसान की अफीम पास करवानी होती है, उसे खराब मशीन के माध्यम से पास करवा दी जाती है। जबकि जिस किसान का सेम्पल फैल करवाना होता है उनके कंटेनर तक बदलवा दिए जाते है।
किसानो जल्द करेंगे उच्चस्तीय जांच की मांग
किसान अफीम फैक्ट्री की धांधली और रिश्वताखोरी से तंंग आकर अब तक खुन के आंसू रो रहे थे, लेकिन अब उन्होने निर्णय लिया है कि अफीम फैक्ट्री में सक्रिय दलालो और अधिकारियो की उच्चस्तीय जांच की मांग करेंगे। यहां तक की सबसे चर्चित भूरालाल का चेहरा भी बेनकाब करेंगे। कॉल डिटेल्स निकलवाने की मांग करेंगे। जिससे यह खुलासा हो पायेगा कि भूरालाल और अफीम फैक्ट्री के अधिकारियो के क्या गठजोड़ है। भूरालाल कितने किसानो से कितना रूपयो अब तक डकार चुका है, और कई अधिकारियो की जेबे भर चुका है।